shabd-logo

Sudarshan Arya के बारे में

मेरा नाम सुदर्शन आर्य हैं। मेरी शैक्षणिक योग्यता PG हैं। मैं हिंदी में लिखता हूं, मैंने एक छोटा उपन्यास लिखा हैं। 2 डायरी लिखी हैं और मेरे दो काव्य संग्रह भी हैं, जिन्हें मैं प्रकाशित करना चाहता हूं। मैं अपने निजी ब्लॉग पर अपनी डायरी के नोट पोस्ट करता हूं।

no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

Sudarshan Arya की पुस्तकें

दबी आवाज – डायरी

दबी आवाज – डायरी

‘दबी आवाज’ पुस्तक मेरी निजी डायरी हैं, जिसमें मेरे द्वारा लिखित विभिन्न संस्मरण अथवा विचार शामिल हैं। मैंने अपनी डायरी का नाम ‘दबी आवाज’ रखा हैं। आशा करता हूं कि लोगों को मेरी डायरी को पढ़कर इसका वास्तविक रूप में विश्लेषण करेंगे। धन्यवाद!

1 पाठक
93 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 132/-

दबी आवाज – डायरी

दबी आवाज – डायरी

‘दबी आवाज’ पुस्तक मेरी निजी डायरी हैं, जिसमें मेरे द्वारा लिखित विभिन्न संस्मरण अथवा विचार शामिल हैं। मैंने अपनी डायरी का नाम ‘दबी आवाज’ रखा हैं। आशा करता हूं कि लोगों को मेरी डायरी को पढ़कर इसका वास्तविक रूप में विश्लेषण करेंगे। धन्यवाद!

1 पाठक
93 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 132/-

Sudarshan Arya के लेख

93. अमूनन हमारी प्राकृतिक स्वाधीनता के लिए, धर्म के विभिन्न आडम्बर, क्रूरतम रीति-रिवाजों और रूढ़ियों के ख़िलाफ़ हमें आवाज़ उठानी ही चाहिए

15 नवम्बर 2022
0
0

🌼9️⃣3️⃣🌼 विभिन्न धर्म और समाज के मूर्खतापूर्ण रीति-रि

92. साहस ही सही समृद्धि को इंगित करता हैं...

15 नवम्बर 2022
0
0

🪴9️⃣2️⃣🪴 &nbs

91. मेरे पिता आर्थिक मामलों में कभी आगे नहीं बढ़ पाए... उन्होंने अपनी तमाम उम्र अभावों में रहकर ही गुजार दी थी"

15 नवम्बर 2022
0
0

Note No. 91 शायद मुझे अच्छे से तो याद नहीं... हां मगर फिर भी मुझे बहुत कुछ याद हैं । ... मसला ये था कि मेरी मां मेरे पिताजी से उनके आर्थिक अभावों और उनकी नाकामियों को लेकर अक

90. सचमुच बेहद तकलीफ होती हैं, जब हमारे ख़्वाब सहसा टूटकर बिखर जाते हैं 😔

15 नवम्बर 2022
0
0

Note No. 90 किसे पता होता हैं कि उनके जीवन में एक दिन ऐसा भी आएगा, जो उनके सारे सपनों को चकनाचूर करके आगे निकल जाएगा। सचमुच जब किसी के सुंदर ख्वाब अचानक से टूट जाते हैं

89. वहां का पूरा माहौल अत्यंत शोकपूर्ण हो चुका था

15 नवम्बर 2022
0
0

Note No. ‘89’ ये लगभग तब की बात हैं, जब शायद मेरे दूध के दांत गिर रहे होंगे...और उस वक्त मैं अपने मामा के घर था ।...ये एक हादसा था, जो किसी

88. तमाम विसंगतियों से परे...तुम अपना सर्वोच्च मकसद चुन सकते हो

15 नवम्बर 2022
0
0

Note No. '88' वही करो जो तुम्हें सही लगता हो...और जो वास्तव में सही भी हो। &nbsp

87. हम कभी इतने बुरे नहीं होते, कि एक अच्छी शुरूआत ना कर सके!

15 नवम्बर 2022
0
0

Note No. ‘87’ हम कभी इतने बुरे नहीं होते कि एक अच्छी शुरुआत नहीं कर सकते...ठीक उस फुटबालर की तरह, जिसके बचपन में उससे नादानी वश हुई गलती से उसके मित्र की

86. अवसरों और परिस्थितियों के असंभाव्य संयोजन बेहतरीन परिणाम पैदा करते हैं...

15 नवम्बर 2022
0
0

Post No. ''86'' कईं बार अवसरों और परिस्थितियों के

85. वो लड़की...

15 नवम्बर 2022
0
0

⭐8️⃣5️⃣⭐ हमारे बचपन की बहुत सी बाते

84. संभावनाओं को कभी भी उनके प्रत्यक्ष मूल्य से ना आंके...

15 नवम्बर 2022
0
0

🍁8️⃣4️⃣🍁 हमें संभावनाओं को कभी भी

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए