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ज़िन्दगी ने किया एक मज़ाक,उस नन्हें नादान के साथ,राहें दर्द देती रहीं उसे,फिर भी वह चुप था| वो हसीं रिश्ता माँ-बेटे का,जिससे वह हमेशा वंचित रहा,ममता के लिए वो तड़पता रहा,फिर भी वह चुप था| पिता तो करते थे प्यार उसे,ले आये नयी