*धर्म सुरक्षित नहीं तो कुछ भी सुरक्षित नहीं*
पैसा कमाया सिंध में *सिंधीयो* ने,
1947 में जब धर्म सुरक्षित न रहा तो सब छोड़कर भागना पड़ा सिंध से
पैसा कमाया *कश्मीर में पंडितो* ने,
बाद में केसर के खेत छोड़ कर भागना पड़ा कश्मीर से
*जूट व्यापारियों* ने खूब पैसा बनाया बंगाल में,
बाद में मालूम पड़ा की बंगाल तो उधर रह गया ये
तो पूरब पाकिस्तान (1971 से बांग्लादेश) है तो भागना पड़ा बांग्लादेश से
पैसा कमाओ अच्छी बात है लेकिन *धर्म सुरक्षा* में भी लगाओ.
धर्म और देश के लिए सुबह 1 घंटा समय भी दो
वरना सारा कमाया छोड़ भागने को तैयार रहो।।