अपनी आँखों से देखिये वो टूल, जिसका इस्तेमाल तमाम क्रिकेट मैच फिक्स करने के लिए किया गया !!
क्रिकेट के खेल का इतिहास 16 वीं शताब्दी से आज तक अत्यन्त विस्तृत रूप में विद्यमान है…
अंतरराष्ट्रीय मैच 1844 के बाद खेला गया, यद्यपि आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट (Test cricket)1877 से प्रारम्भ हुए. इस समय से यह खेल मूल रूप से इंग्लैण्ड में विकसीत हुआ जो कि अब पेशेवर रूप में अधिकांस राष्ट्र मंडल देशो में खेला जाता है.
लेकिन अगर आपको अब भी लगता है की क्रिकेट एक खेल है तो आज आपको हम ऐसा एक टूल दिखाएंगे जिसको देखकर आप क्रोध, शर्म, और पता नही क्या-क्या फील करेंगे ? बता दें कि सीधा सा मैच हुआ तो सटोरियों को कोई खास फायदा थोड़े होगा. सटोरिये कोई और नहीं बल्कि ICC और तमाम क्रिकेट बोर्ड्स खुद है, ये तमाम बोर्ड क्रिकेट का धंधा मिलकर करते हैं.
खिलाडियों में तो बस रेबड़ियाँ ही बांटी जाती है, असली माल क्रिकेट बोर्ड को चलाने वाले खाते है. तमाम क्रिकेट बोर्ड और ICC के लोग हर टूर्नामेंट को फिक्स करते हैं. रोजाना नए नए रेट तय करते है, इनके एजेंट सट्टा चलाते हैं और एक सट्टेबाज यानि एक बोर्ड दूसरे सट्टेबाज यानि दूसरे बोर्ड को सन्देश भेजने के लिए विभिन्न प्रकार के टूल्स का इस्तेमाल करते है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2016 में ICC टी20 वर्ल्ड कप हुआ था. फाइनल में पहुँचाया गया था इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज को, इंग्लैंड मजबूत टीम लगती थी. वहीँ वेस्ट इंडीज उस से कमजोर, लेकिन देखिये मैच से 2 दिन पहले क्या हुआ ? “Scientific Astrologer” ने भविष्यवाणी की, “इंग्लैंड टी-20 वर्ल्ड कप जीतेगा” लेकिन असल में वेस्ट इंडीज जीता था.
हालांकि अब इधर भी एक नजर डालिये. ये स्क्रीनशॉट 2017 का है यानी 1 दिन पुराना है. चैंपियन ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान और भारत को पहुँचाया गया था. लोगों को भारत मजबूत टीम लगती है और पाकिस्तान की टीम भारत के मुकाबले कमजोर. परन्तु“Scientific Astrologer” कहता है. “इंडिया जीतेगा चैंपियन ट्रॉफी 2017 को”लेकिन जीता कौन पाकिस्तान. आज हम आपको बतायेंगे इस खेल के पीछे का राज़,“Scientific Astrologer” का क्या है ?
दरअसल ईमेल, फ़ोन, व्हाट्सऐप कुछ भी सुरक्षित नहीं है, बातचीत पकड़ी जा सकती है. इसलिए एक क्रिकेट बोर्ड दूसरे क्रिकेट बोर्ड को इसी तरह गुप्त लैंग्वेज में सन्देश पहुंचाता है. जिस टीम की जीत को बताया जाता है, लोग उसपर खूब पैसा लगा देते हैं और मैच में इसी टीम को हरा देना है, ताकि लोगों का पैसा डूब जाये और क्रिकेट बॉर्ड खूब पैसा कमाए । और सबसे दुखद अमर उजाला की इस ख़बर का ये स्क्रीन शॉट देखिए
क्रिकेट बॉर्ड हज़ारों करोड़ का खेल करते है और पूरा क्रिकेट एक खेल नहीं बल्कि धंधा बना हुआ है. क्रिकेट बोर्ड चलाने वाले बहुत पैसा कमाते हैं.