सेक्युलरों तथा वामीस्लामियों को अवश्य पढ़ाएँ
मैकाले (जी वही अंग्रेज़ी शिक्षा वाला मैकाले) 1834 से 1838 तक भारत में रहा। उसका जब भी ज़िक्र होता है, केवल शिक्षा को लेकर होता है। उसके minutes केवल शिक्षा पर quote किए जाते है। आप में कितनो को ज्ञात है कि IPC भी मैकाले द्वारा लिखा गया था? आप में से कितनो को मालूम है कि उसने भारत में IPC से पहले के क़ानून के बारे में इंग्लैंड में क्या बोला था ( जो आज भी archived है।) संस्कृत के बारे में उसने मुख्यत इतिहास पर कुछ न होने की बात की थी जो सत्य भी है। हम इतिहास लिखते कब है। आज भी नहीं लिखते। हॉ तो बात IPC की हो रही है। उस समय कम्पनी राज मुख्यत बंगाल, बिहार, व UP में था। IPC से पहले भारत में कौन सा क़ानून था? कौन सा? कौन सा? मनुस्मृति? जी नहीं। ----------------------------------------------------- उस समय भारत का सरकारी क़ानून शरिया था। ----------------------------------------------------- जब मैकाले भारत में था हिंदू प्रतिनिधि उससे मिले और रोते हुए बताया कि मुसलमान हमारे घर में घुसकर हमारी बेटियों का बलात्कार करते है और जब हम क़ाज़ी के पास जाते है तो क़ाज़ी कह देता है कि मुसलमान के विरुद्ध तुम्हारी गवाही मान्य नहीं है। मैकाले भी रो दिया। और फिर उसने लिखा IPC जिसमें सारे मनुष्यों को समान अधिकार है। ----------------------------------------------------------------- और हिंदुओं को छह सौ साल बाद शरिया से मुक्ति दिलायी।
इसीलिए कभी भी मैकाले का नाम IPC के साथ नहीं लिया जाता क्यूँकि ऊपर बलात्कार के बारे में लिखी बात उसकी द्वारा बनाई गयी रिपोर्ट में है, और अगर IPC व मैकाले वाली बात की गयी तो कोई सिरफिरा उसकी वो रिपोर्ट भी quote कर देगा, और वामपंथियों द्वारा गढ़ी गयी कहानी कि अंग्रेजो के आने से पहले हिंदू मुस्लिम भाई भाई थे, ढह जाएगी। तो आपने देखा कि कैसे एक झूठ की सेवा में तथ्य गायब किए जा सकते है: शिक्षा को लेकर जिस मैकाले को पानी पी पी कर वामी गाली देते है, उसके और IPC के कनेक्शन के बारे में बात ही नहीं करते। (शिक्षा में भी इंग्लिश ने फ़ारसी को रिप्लेस किया था, संस्कृत को नहीं, गुरुकुल नहीं थे उस समय भारत में, मदरसे थे, हम से पहले वाली पीढ़ी तक के हिंदू भी स्कूल को मदरसा ही कहते थे। और हाँ, प्रशासन की भाषा भी अंग्रेज़ी फ़ारसी को हटाकर बनी थी, संस्कृत को नहीं। Land records देखिए, सारी terms आज भी फ़ारसी की है। अंग्रेज़ ख़ुद कोई देवता नहीं थे, लेकिन जिन्हें उन्होंने हिंदुओं की छाती से उतारा, वे अवश्य बहुत बड़े राक्षस थे। और अब तथाकथित हिंदू नेता ही उन्हें फिर से सिर पर बिठाए घूमते है।)