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जिन्दगी

28 अगस्त 2017

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किसी की तलाश में निकले हैं सब, न जाने कहां तक जाना पड़ेगा ।मिलेगी सभी को मंजिल सभी कि ,पहले कदम तो बढ़ाना पड़ेगा।। कुछ पाओगे जहां से ,कुछ खो दोगे जहां में ।कभी खुशी ,कभी गम की महफ़िल तो सो जाना ही पड़ेगा। पर भूल जाओ सारे गम कुछ वक्त के लिए ,आ गए हो खुशियों की महफ़िल में मुस्कुराना ही पड़ेगा।।

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