संस्कृत भारत की सबसे प्राचीन भाषा है । अब इस भाषा में सिनेमा स्थापित करने की चर्चा चल रही है। भारत के राज्य उत्तराखंड की द्वतिया भाषा होने के साथ यह कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश और केरल के कई गाँव में बोली जाती है । अब इसमें चलचित्र (फ़िल्म) बनाने का भी कार्य थोडा तीब्र हो गया है परन्तु संस्कृत भाषा हेतु कोई अलग फिल्म इंडस्ट्री न होना इस सिनेमा की कछुआ चाल की मुख्य वजह है। लघु चलचित्र निर्माता और अभिनेता मनोज कहते हैं कि इसमें सरकार को मदद करने की आवश्यकता है उन्होने कहा " हम संस्कृत फिल्म उद्योग को स्थापित करने हेतु कार्य कर रहे हैं और इसके लिए उत्तराखंड सबसे उचित राज्य है क्योकि ययहाँ की द्वतिया राजभाषा भी संस्कृत है। मनोज कहते हैं कि संस्कृत एक सभ्य सांस्कृत भाषा है इसमें हम सबसे अच्छा सिनेमा बना सकते हैं। " आपके ज्ञान हेतु बता दैं मनोज ही वह कलाकार हैं जिन्होंने संस्कृत सिनेमा को जॉलीवुड नाम दिया था।