जिस माँ की कोख से जन्मा यह संतान
वह माँ बनती है महान
वह न सिर्फ है एक इंसान
बल्कि है भारत की शान
कभी भरके आसमान में उड़ान
कभी करके समंदर में यान
रणभूमि में लेता है शत्रु के प्राण
कभी देता है अपनी जान.
करता है वतन के लिए खुदको कुर्बान,
छूने देता है तिरंगे को आसमान
बढ़ाता है भारत माँ का सम्मान
मरकर भी है वह अमर जवान।
मिटकर भी है वह अमर जवान।।