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अंत की शुरूआत

22 अगस्त 2022

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राहुल एक सीदा सादा पड़ने मै काफ़ी होसियार लड़का था और हाल ही मे उसने मुंबई मै B-Farma की तीसरी साल पूरी की ही थी की तभी उसके पापा की कार एक्सीडेंट मै एक टांग टूट गई और इसके चलते उसकी घर की आर्थिक स्थिति बिल्कुल खराब हो गई पैसौ की तंगी के कारण कॉलेज की फीस भर पाना उसके लिए ;बोहोत मुस्किल हो गया फिर एक दिन मां राहुल सै बेटे राहुल तू कुछ काम देख लै तेरे पापा की तबियत ;दिन पे दिन बिगड़ती जा रही है। राहुल हा मां मे पार्टटाइम कोई काम ढूंढ़ लेता हू अगर मेने अपनी पढ़ाई छोड़ दी तो मेरे तीन साल बर्बाद हो जाएंगे और फिर उसके बाद राहुल ने काफी कम्पनी मै पार्ट टाइम जॉब ढूंढने की कोशिश की मगर उसे कोई पार्ट टाइम जॉब नही मिली। राहुल खुद सै अब क्या करू कही भी पार्टटाइम जॉब नही मिल रही बस एक बार अपने दोस्त अखिल से बात करके देखता हु क्या पता वो ही कोई काम दिला दे राहुल अखिल को फ़ोन लगाता है अखिल दूसरी तरफ से अरे राहुल क्या हाल है यार कैसे याद क्या इस गरीब को ।राहुल अखिल सै यार अखिल कोई काम मिल सकता है क्या पार्टटाइम।अखिल राहुल सै यार पार्टटाइम तो कोई काम नही है यहां पर हा मगर एक काम नाइट शिफ्ट का है ट्रक हैल्पर का ।(राहुल थोड़ी देर सोचकर) यार काम क्या करना होगा ।अखिल राहुल सै काम काम तुझे कुछ नही करना बस ड्राइवर के साथ एयरपोर्ट सै सामान लेकर आना है बस ।राहुल अखिल सै ठीक है यार मै कर लूंगा। अखिल राहुल सै ठीक है तो तू कल आजाना मै तेरी बात करा दूंगा। राहुल ओके- ओके मै आ जाऊंगा और इस तरह अखिल नै राहुल को ट्रक हैल्पर के काम मे लगवा दिया उसके बाद राहुल उस ट्रैक ड्राइवर के साथ एयरपोर्ट से रातभर समान लेकर आता और दिन मे अपनी B-Farma की पढ़ाई करता ऐसै ही कुछ दिन बीत गए धीरे -२ ट्रक ड्राइवर अजय और राहुल के बीच अच्छी दोस्ती हो गई । एक दिन रात को ट्रक चलाते हुए अजय राहुल सै अरे राहुल तू भी ट्रक चलाना सीख लै यार।राहुल अजय सै यार मैं क्या करूंगा ट्रक सीखकर मुझे तो बस अपनी पढ़ाई पूरी होने का इंतजार है।अजय अरे इमरजेंसी के लिए तो सीख ही लै ।राहुल थोड़ा सोचकर अच्छा ठीक है चल सीखा दियो। उसके बाद धीरे -धीरे अजय नै राहुल को भी ट्रक चलाना सीखा ही दिया।फिर दोनो आधे आधे रास्ते ट्रक चलाने लगे।एक दिन अचानक अजय कै गांव से फोन आया । हेलो अजय आपकी पत्नी की हालत बोहोत खराब है कभी भी उनकी डिलीवरी करनी पड़ सकती है। उसके बाद अजय जल्दी से गांव के लिए निकल पड़ता है ।रात को जब राहुल काम पर आता है तभी ट्रक का मालिक राहुल से अरे राहुल आज तुम्हें अकेले ही ट्रक लेकर जाना पड़ेगा ।राहुल मगर क्यों अजय कहा है । ट्रक मालिक अजय वो उसके गांव सै फोन आया था उसकी पत्नी की डिलीवरी है इसलिए वह आज राखी अपने गांव निकल गया।राहुल थोड़ा सोचता है और फिर ठीक है सर मै अकेले चला जाऊंगा। आज अमावस होने की वजह सै चारो तरफ काला अंधेरा छाया हुआ था और ऐसी अंधेरी रात मैं राहुल ट्रक लेकर निकल पड़ता है राहुल थोड़ा डरा हुआ था क्योंकि पहली बार वो अकेले सुनसान रात मैं ट्रक लेकर निकला था रात का मंजर आज कुछ अलग ही कहानी बुन रहा था क्योंकि आज सड़क पर जंगली जानवर बिना डर के इधर उधर घूम रहे थे सड़क इतनी सुमसाम थी की जानवरो के रोनै और चिल्लाने की आवाज़ साफ साफ सुनाई दे रही थी राहुल बिचारा दिल मै डर की धड़कनों को लिए आगे बढ़ रहा था की तभी उसे एक जोरदार झटका लगा और ट्रक एकदम सुनसान जंगल के बीचों बीच रुक गया राहुल खुद सै अरे अब इसमें क्या हो गया । उसके बाद राहुल चारो तरफ देखता हुआ ट्रक सै नीचे उतरता है और देखता है कि ट्रक का टायर पंचर हो चुका है ।राहुल गुस्सा दिखाते हुए अबे इस टायर को भी यही पंचर होना था ओफो अब मैकेनिक कहा मिलेगा इस सुनसान जंगल मै।राहुल थोड़ी देर खड़ा होकर इधर उधर देखता है लेकिन सड़क से कोई आता हुआ नही देखाई देता उसके बाद राहुल अपने जेब से फोन निकलता है तो उसका डर और ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि फोन मे एक भी नटवर नही था । बेचारा राहुल हिम्मत जुटाकर मैकेनिक की तलाश में पैदल ही आगे बड़ने लगता है कि तभी उसै सामने सै एक रोशनी अपनी ओर आती हुई दिखाई देती है यह देखकर राहुल की जान मै जान आ जाती है राहुल हाथ हिलाकर उसे रोकने लगता है तभी वह रोशनी राहुल के बिल्कुल करीब आकर रुकती है ।राहुल देखता है की वो भी एक बड़ा सा ट्रक है ट्रक से ड्राइवर बाहर निकलकर अरे बेटा टायर पंचर हो गया का ।राहुल ट्रक ड्राइवर से हा अंकल जी पर यहां आसपास कोई पंचर की दुकान ही नही दिखाई देरी है । ट्रक ड्राइवर अरे कोई बात नही बेट़ा हमारे पास सारा सामान है हम तुम्हारा टायर ही चेंज कर देते है । राहुल खुश होकर हा हा अंकल जी जल्दी कर दो और उसके बाद दोनों मिलकर ट्रक की टायर चेंज करने लगते हैं और लगभग एक डेढ़ घंटे मै टायर चेंज कर देते है ।राहुल ड्राइवर से आपका बोहोत बोहोत धन्यवाद अंकल अगर आप न होते तो आज मे यही फसा रहता।ट्रक ड्राइवर अरे कोई बात नही बेटे ये सब तो हर किसी के साथ होता ही रहता है इतना कहकर ट्रक ड्राइवर वहा से ;अपना ट्रक लेकर चला जाता है अब राहुल जल्दी से ट्रक को स्टार्ट करता है। राहुल खुद से अरे राहुल आज तो तू बोहोत लेट हो गया अब जल्दी गैर डाल और निकल यहां से इतना कहकर राहुल ट्रक स्टार्ट करता है और ट्रक को तेज भगाने लगता है ।राहुल काफी लेट हो गया था इसलिए वह घडी को बार बार देख रहा था ।राहुल खुद से यार ऐसे तो मे बोहोत लेट हो जाऊंगा और तभी उसे याद आता है कि ट्रक ड्राइवर अजय नै उसे एक सॉर्टकट रास्ता भी बताया था जो उसे एक घंटा पहले ही एयरपोर्ट पहुंचा सकता था लेकिन अजय नै रात मे उस रास्ते से जाने से बिल्कुल मना किया था पर राहुल को जल्दी एयरपोर्ट पहुंचने था इसलिए उसने उसी रास्ते से जाना बेहतर समझा।राहुल ने बिना कुछ सोचे समझे ट्रक को उस शोर्टकट रास्ते की तरफ मोड़ दिया। अजय नै राहुल सै उस रास्ते से जाने से मना तो क्या था पर उसने कभी ये नही बताया की क्यों रात मे कोई भी उस रास्ते से नही जाता राहुल ये सोचता हुआ ट्रक चला ही रहा था की अचानक उसके ट्रक के सामने सै एक अजीब सी चीज तेजी से निकली राहुल ने एकदम ट्रक कै ब्रेक मारे और चारो तरफ देखने लगा लेकिन दूर दूर तक कुछ नही दिखाई दिया उसने जल्दी से ट्रक की दोनो खीड़किया बंद की ओर एक लम्बी सांस लेकर फिर से ट्रक स्टार्ट क्या लेकिन इस बार राहुल ट्रक को बिल्कुल धीरे धीरे चला रहा था क्योंकि उसने जो कुछ भी देखा था उसे वो कोई जानवर तो बिल्कुल भी नही लग रहा था इसलिए राहुल उसे दोबारा देखना चाहता था ओर तभी ट्रक मै किसी ने एक जोरदार टक्कर मारी इस बार राहुल पूरी तरह से डर गया।राहुल डरता हुआ क क कोन है कोन है पीछे राहुल थोड़ी हिम्मत जुटाकर ट्रक रोककर ट्रक का गेट खोलता है ओर डरता हुआ ट्रक सै नीचे उतरता है ओर धीरे धीरे ट्रक के पीछे जाकर देखता है तो वहा पर उसे काफी बड़े बड़े नाखूनों के खरोचने के निशान ट्रक पर बने हुए दिखाई देते हैं अब राहुल समझ गया की यहा रूकना खतरे से खाली नहीं है बस वो जल्दी से अपनी सीट की तरफ भागता है ओर जैसे ही वह ट्रक पर चढ़ता है तभी पीछे सै कोई चीज राहुल को नीचे गिरा देती है राहुल का मुंह सीधा नीचे मट्टी मै जाकर लगता है।राहुल हड़बड़ाते हुए जैसे ही पलटकर देखता है तो उसकी आंखें फटी की फटी रह जाती हे आखिर राहुल को ऐसा क्या दिखा यह देखने के लिए Chapter 02 देखना ना भूलें



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अंधेरी रात
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ये जो कहानी मै आपको बताने जा रहा हु इस घटना नै पूरे मुंबई शहर के रोंगटे खड़े कर दिए थै क्योंकि ये कहानी ना तो किसी इंसान की है और ना किसी जानवर की ये कहानी है 1 ऐसे हैवान की है जो केवल इंसानी खून का प्यासा था। कैसा होगा इस कहानी का अंत। जानने के लिए पढ़े पूरी कहानी 'अंधेरी रात|

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