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तुम तुम्हारे कथनों को मैं ब्रह्म सिद्धांत की तरह अंगीकार करने लगी हूँ तुम्हारी उपस्थिति मेरे जीवन में किसी गंधर्व द्वारा निर्देशित पार्श्व संगीत से कम नहीं जबकि मैं नहीं जानती क