✍ नारी,
है तेरी अज़ीब कहानी रे।
ताने,
लेकर तू यहाँ जन्म लेती,
और,
ताने लेकर तू यहाँ मर जाती रे।
✍ एक ओर,
तेरी कन्या रूप को पूजा की जाती,
दूसरी ओर,
तेरी आब़रू को लूट ली जाती रे।
नारी,
है तेरी बहुत अज़ीब कहानी रे।
✍ इतिहास साक्षी है,
तेरे अदम्य साहस का,
तूने कभी,
किसी से यहाँ ना हारी है।
लेकिन,
एक नारी हरदम,
एक नारी से ही हारी है रे।
नारी,
है तेरी बहुत अज़ीब कहानी रे।
✍ अब अपनी चुप्पी तोड़,
तनिक विगुल फूंक
एक नई स्वर्णिम युग की।
क्योंकि,
बिन तेरे अस्तित्व के
इस जमीन पर हो जायेगी महामारी रे।
नारी,
है तेरी बहुत अज़ीब कहानी रे।
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹