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मुझे नहीं लगता कि राजनीति में जनता के किसी भी तबके से संवाद स्थापित करते समय कुछ भी अतिशयोक्तिपूर्ण कथन करने की कोई आवश्यकता पड़ती है| धोने में आलस्य आने या कठनाई होने पर कोई कुर्ते की बाँह काट दे और फ
व्यंग्य रावण का वध करके श्रीराम सीताजी पुष्पक विमान से अपनी मातृभूमि अयोध्या पधारे थे उसी तरह वीर जी बुलबुल के पंखों पर बैठकर मातृभूमि के दर्शन करने आते थे l बुलबुल सुबह आती थी वीर जी को अपने पंखों
हिरोशिमा दिवस 2022 हत्याओं की 77वीं वर्षगांठ है। पुरे विश्व में हर साल 6 अगस्त को परमाणु बम के भयावह प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाने और शांति की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए हिरोशिमा दिवस मनाय