अरुण कुमार श्रीवास्तव
(अरुण गाँधी के उपनाम से राजनीति, पत्रकारिता एवं वरिष्ठ मित्रों में १९८० से १९९० के दशक में प्रचलित एक नाम). १८ वर्ष की उम्र में पत्रकारिता आरम्भ, प्रदेश-स्तरीय राजकीय मान्यताप्राप्त पत्रकार, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के लिए राष्ट्र-स्तरीय निगरानीकर्ता, मूल्यांकनकर्ता, अध्ययनकर्ता, पर्यावरण एवं ग्रामीण विकास विषयक तक़रीबन २४ पुस्तकों के लेखक, कौंसिल फार ट्रेनिंग एंड रिसर्च इन इकालॉजी & एनवायरनमेंट के संस्थापक-अध्यक्ष, सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं को परामर्श, सम्प्रति, लेखन-चिंतन, शोध एवं परामर्शदाता
धन्यवाद फेसबुक
(अरुण गाँधी के उपनाम से राजनीति, पत्रकारिता एवं वरिष्ठ मित्रों में १९८० से १९९० के दशक में प्रचलित एक नाम) १८ वर्ष की उम्र में पत्रकारिता आरम्भ, प्रदेश-स्तरीय राजकीय मान्यताप्राप्त पत्रकार, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के लिए राष्ट्र-स्तरीय नि
धन्यवाद फेसबुक
(अरुण गाँधी के उपनाम से राजनीति, पत्रकारिता एवं वरिष्ठ मित्रों में १९८० से १९९० के दशक में प्रचलित एक नाम) १८ वर्ष की उम्र में पत्रकारिता आरम्भ, प्रदेश-स्तरीय राजकीय मान्यताप्राप्त पत्रकार, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के लिए राष्ट्र-स्तरीय नि