(अरुण गाँधी के उपनाम से राजनीति, पत्रकारिता एवं वरिष्ठ मित्रों में १९८० से १९९० के दशक में प्रचलित एक नाम) १८ वर्ष की उम्र में पत्रकारिता आरम्भ, प्रदेश-स्तरीय राजकीय मान्यताप्राप्त पत्रकार, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के लिए राष्ट्र-स्तरीय निगरानीकर्ता, मूल्यांकनकर्ता, अध्ययनकर्ता, पर्यावरण एवं ग्रामीण विकास विषयक तक़रीबन २४ पुस्तकों के लेखक, कौंसिल फार ट्रेनिंग एंड रिसर्च इन इकालॉजी & एनवायरनमेंट के संस्थापक-अध्यक्ष, सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं को परामर्श, सम्प्रति, लेखन-चिंतन, शोध एवं परामर्शदाता
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