एक युवक और युवती साइकिल से जा रहे थे, तभी उनकी टक्कर हो गई।
युवक: अरेजरा संभलकर किनारे चलिए मैडम जी?
युवती: क्यों,सड़क क्या आपके पिताजी की है?
युवक: जी नहीं, सड़क तो आपके पिताजी की है पर मुझे दहेज में मिली है।
देर रात पति-पत्नी एक पार्टी से लौट रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उनकी गाड़ी रोकी और तलाशी लेने लगे। इंस्पेक्टर ने पत्नी की ओर इशारा करते हुए पति से पूछा, ‘ये मोहतरमा कौन हैं?’ पति ने जवाब दिया, ‘मेरी पत्नी।’ इंस्पेक्टर ने और सख्ती से पूछा, ‘कोई सबूत है आपके पास जो सिद्ध करे कि ये आपकी पत्नी है?’ पति सोच में पड़ गया, फिर गाड़ी से उतरकर इंस्पेक्टर को एक ओर ले जाकर धीरे से बोला, ‘सर, अगर किसी भी तरह आप यह सिद्ध कर दें कि यह औरत मेरी पत्नी नहीं है तो मै अपना करोल बाग वाला बंगला आपके नाम कर दूंगा!’