१_पैदा हुआ भारतवर्ष में सच्चा भगत एक ही,चला गया सिंह की तरह सच्चा सपूत ही।
२_कहलाया वह इस धरा पर भगत सिंह नाम से, मरकर भी अमर हो गया वो सच्चा देशभक्त ही।
३-एक देश का भगत नहीं वह दो देशों का भगत था,पैदा हुआ लाहौर में आजाद कराया हिंद को।
४-शहीद होकर कहलाया 'शहीद-ए-आजम' ,इस अखिल (संपूर्ण )भारत का तुझको सलाम।
५-यह कहते थे कि इश्क लिखना चाहूं तो इंकलाब लिखा जाता है ,भारत भूल गया इंकलाब को अब इश्क लिखा जाता है।
६-वह मरा नहीं था शहीद हुआ था इस धरा पर, वह वीर नहीं परमवीर हुआ था इस धरा पर।
अखिल "मुकम्मल" दुबे'