shabd-logo

common.aboutWriter

किसी व्यक्ति की पहेचान उसके आपके प्रति कुसलता से नहीं होती अपितु लोगो की उसके प्रति कुसलता से होती है !

no-certificate
common.noAwardFound

common.books_of

devendrayadav

devendrayadav

0 common.readCount
1 common.articles

निःशुल्क

निःशुल्क

common.kelekh

देवल आशीष की जीवनपर्यन्त याद की जाने वाली रचना इस प्रेम दिवस पर ...... !

14 फरवरी 2017
1
1

प्रिये तुम्हारी सुधि को मैंने यूँ भी अक्सर चूम लियातुम पर गीत लिखा फिर उसका अक्षर-अक्षर चूम लियामैं क्या जानूँ मंदिर-मस्जिद, गिरिजा या गुरुद्वाराजिन पर पहली बार दिखा था अल्हड़ रूप तुम्हारामैंने उन पावन राहों का पत्थर-पत्थर चूम लियातुम पर गीत लिखा फिर उसका अक्षर-अक्षर चूम लियाहम-तुम उतनी दूर- धरा से

हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हें....!

30 अक्टूबर 2015
1
1

हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हेंकितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हेंजिस पल हल्दी लेपी होगी तन पर माँ नेजिस पल सखियों ने सौंपी होंगीं सौगातेंढोलक की थापों में, घुँघरू की रुनझुन मेंघुल कर फैली होंगीं घर में प्यारी बातेंउस पल मीठी-सी धुनघर के आँगन में सुनरोये मन-चैसर पर हार कर तुम्हेंकितने एकाकी हैं प्यार कर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए