दिनेश दिवाकर
जी मेरा नाम है दिवाकर, दिनेश दिवाकर नाम तो सुना नहीं होगा इसलिए तो बता रहा हूं खैर मैं रहस्य हूं या कोई पहेली ये तो मैं नहीं जानता लेकिन इतना पता है कि मैं आपके सेहत के लिए बहुत हानिकारक हूं यकिन ना आए तो मेरी कहानियों को ही पढ़कर देख लिजिए।🤗☺️😇
ब्रम्हास्त्र- एक रहस्य
आज देवराज सिंह के एकलौती बेटी अमृता का जन्मदिन है जिसकी तैयारी पुरे जोरो शोरो से हो रहा था। तभी एक नौजवान आदमी अमृता को फुलों का गुलदस्ता देते हुए कहता है "हैप्पी बर्थडे टू माइ प्रिंसेस" "अमीत तुम! लन्दन से कब आए " अमीत को देखकर अमृता के चेहरे पर ख
ब्रम्हास्त्र- एक रहस्य
आज देवराज सिंह के एकलौती बेटी अमृता का जन्मदिन है जिसकी तैयारी पुरे जोरो शोरो से हो रहा था। तभी एक नौजवान आदमी अमृता को फुलों का गुलदस्ता देते हुए कहता है "हैप्पी बर्थडे टू माइ प्रिंसेस" "अमीत तुम! लन्दन से कब आए " अमीत को देखकर अमृता के चेहरे पर ख
कातिल हसीना
"हां मेरी प्यारी मम्मी आ रहा हूं यार आप इतना जोर देकर बार-बार क्यों बोल रहे हो" मनोज ने अपनी मम्मी से कहा। "बार-बार इसलिए बोलना पड़ रहा है क्योंकि तुम पिछले 2 साल से घर नहीं आए हो, बस आऊंगा आऊंगा बोल रहे हो" मम्मी भावुक होते हुए बोली "घर में इतना बड
कातिल हसीना
"हां मेरी प्यारी मम्मी आ रहा हूं यार आप इतना जोर देकर बार-बार क्यों बोल रहे हो" मनोज ने अपनी मम्मी से कहा। "बार-बार इसलिए बोलना पड़ रहा है क्योंकि तुम पिछले 2 साल से घर नहीं आए हो, बस आऊंगा आऊंगा बोल रहे हो" मम्मी भावुक होते हुए बोली "घर में इतना बड
फिर वही खौंफ
हाइवे पर एक फार्चून गाड़ी फुल स्पीड में चल रहा था उसमे बैठे पति पत्नी बहुत एक्साइटेड थे क्योंकि आज उनकी फस्ट एनिवर्सरी जो था। सोहन और गीता अपने एनिवर्सरी मनाने के लिए गीता के मायके जा रहे थे, गीता के परिवार के बहुत आग्रह करने पर सोहन ना नहीं कर सका,
फिर वही खौंफ
हाइवे पर एक फार्चून गाड़ी फुल स्पीड में चल रहा था उसमे बैठे पति पत्नी बहुत एक्साइटेड थे क्योंकि आज उनकी फस्ट एनिवर्सरी जो था। सोहन और गीता अपने एनिवर्सरी मनाने के लिए गीता के मायके जा रहे थे, गीता के परिवार के बहुत आग्रह करने पर सोहन ना नहीं कर सका,