shabd-logo

Disappointment(निराश होना)

31 जनवरी 2015

347 बार देखा गया 347
हम कभी कभी Confuss या Disappoint हो जाते है और समझ नही आता आखिर करना क्या है और फिर अपने पास्ट को याद करने लग जाते है और सोचने लग जाते है और सोचते है काश यह कर लेता तो आज यह होता मैं या उस टाइम मैंने वो गलती न की होती तो आज ज़िन्दगी शायद और कुछ ही होती और यही सोच सोच कर और परेशान हो जाते है हम सबने बचपन में पढ़ा है जो होता है वो अचे के लिए होता है लेकिन जैसे जैसे हम बड़े होते गए हम यह भूल चुके होते है की जो होता है अच्छे के लिए होता है और इसी वजह से सारी परेशानी होती है दोस्तों सक्सेस वही लोग हुए है जिन्होंने परेशानियों को झेला है और वो उनका सामना करके आगे बड़े अगर वो लोग भी अगर निराश हो जाते ज़िन्दगी से तो क्या आज इतने सक्सेसफुल होते परेशानियों का सामना हर किसी को अपनी ज़िन्दगी में करना ही पड़ता है इसलिए कभी भी हमे पास्ट के बारे में नही सोचना चाहिए और अगर खुश रहना है तो सिर्फ आज के बारे में सोचो कल का किसे पता है कल क्या होगा पर हाँ अगर हमने अपना आज ठीक कर लिया तो कल हमारा अपने आप ठीक हो जायेगा इसलिए जितनी मेहनत करनी है आज करो न ही बीते हुए कल के बारे में सोचो न ही आने वाले कल के बारे में जो सोचना है जो सोचना है वो आज के बारे में सोचना है क्यों की हमारा आज ही यह फैसला करेगा और आज की ही मेहनत फैसला करेगी की हमारा कल कैसा होगा इंसान के हाथ में सिर्फ मेहनत ही होती है और अगर कोई सच में बिना किसी चाहत के मेहनत करता रहे तो उसे एक न एक दिन वो सब मिल ही जाता है जो वो deserve करता है और जो लोग expect करते रहते है उन्हें सिर्फ उतना ही मिलता है जितना वो expect कर सकते है पर जो सिर्फ मेहनत पर ध्यान देते है उन्हें वो सब मिलता है जो वो deserve करते है इसलिए कभी भी इंसान को disappoint या दुखी नही होना चाहिए क्यों की जो भी होता हैं अच्छे के लिए होता है...

पुष्पेन्द्र सिंह की अन्य किताबें

किताब पढ़िए