Fungal Infection Kya Hai ?
Hello Friends ,
. आज में बहोतही महत्त्वपूर्ण विषय पर लिखने वाली हुँ!जो हैं Fungal Infection आज कल बहोत सारे लोगोको fungal Infection की समस्या होती हैं! अस्पतालों की OPDs भी इन patients से भरी होती हैं! इसलिये आज यह जानना बेहद जरुरी हैं कि, फंगल इंफेक्शन क्यों होता हैं और आप इससे कैसे बच सकते हैं एवं ऐसे इसका कैसे इलाज किया जाये ?
1) Fungal Infection kya Hota Hai?
यह fungus किटाणू होता हैं! जिसको कहते हैं ड्रामँटोफाइज होते हैं! इसको चमडीसे प्यार हैं! वो चमडीको Damage कर देता हैं!
2)Fungal Infection Kaise Dikhta hai?
ये लाल लाल गोल निशान की तरह दिखता हैं कभी कभी काला भी हो जाता हैं! यह निशान और इसके Border में skelping दिखती हैं! इसमें खुजली भी ज्यादा होती हैं! खुजली परेशानी भी करती हैं! जलन जैसा होना!irritation होना! अपना काम करनेमें दिक्कत आना ऐसा भी कर सकता हैं! रात को खुजली बढती हैं!
3) Fungal Infection Ke Karn
बहोतसे ऐसे कारण हैं जिससे यहInfection बढनेका Risk बढ जाता हैं! हमारे शरीर में कुछ ऐसे हिस्से होते हैं, जो naturally Warm रहते हैं! उन Areas में पसीना जल्दी नहीं सुखता हैं! वो कपडोसे कवर रहते हैं! वहा हवागामन नहीं होता हैं ऐंसे areas में fungal Infection होनेका Risk काफी होता हैं!
Male के case में ऐसे हिस्से होते हैं - बंगल, जांघ, पेटके बीचका एरिया ,बटकस का area!
4) बीमारिया
जैसे Diabetes में Infection का खतरा अधिक होता हैं! वो इसलिये होता हैं क्योंकि इन लोगोंका Immunity System Weak होता हैं! Blood Sugar जिनको हैं उनको blood sugar control रखना चाहिये!
जिन लोगो को बहोत ज्यादा पसीना आता हैं याने जिनका hyper Hidrosis हैं!बहोत obesity हैं ! मोटापा हैं! इनको भी यह Infection हो सकता हैं!
जो sports person हैं उनको भी पसीना बहोत आता हैं ऐसे लोगोमें athlete's foot भी common हैं!
मान्सुन में यह जिवाणू कफी तेज फैलता हैं! ऐसे मौसममें बुंदाबांदी में अगर कोई भीग जाता हैं और अपनी त्वचा को नहीं सुखाता हैं तो यह काफी बडा खतरा हो सकता हैं!
5) Fungal Infection ke prakar
फंगल इंफेक्शन कई प्रकारका होता हैं !इनमें से skin पर 2 प्रकारके Infection होते हैं!
1)कँडिएँसिस
2) बाँनाँटोफाइड
3) अँथलिट फुट
4) दाद
5)टीनोग्राफीकस
6) एँकिनोमायकोसिस
7) कँडिएटाइटीस
6) Fungal Infection ke Lakshan
1) मुलरूपसे fungal Infection में लाल चकते पडते हैं और बहोत खुजली होती हैं! यह लाल चकत्ते कही भी शरीर के हिस्से में पड सकते हैं! लाल चकतोको करीब से देखा जाये तो इसमें एक उभरा हुआ Border होता हैं जो permanent होता हैं! कभी यह चकते गोल गोल दिखते हैं! इसको Ring one भी,कहा जाता हैं!
2) Infection में Patches गुलाबी होते हैं! कभी यह काफी Brownish /Black भी दिख सकते हैं! अगर Infection काफी पुराना हो गया हैं!
3) यदि Infection सिरपर होता हैं ! उसमें गोल चकत्ते पडते हैं ,उसमें पचके दानेभी हो सकते हैं! काफी बालभी टुट जाते हैं! समयपर ना इलाज करे तो हमेशाके लिये scaring भी हो सकती हैं! यह Infection बच्चों में अधिकतर होता हैं!
4) नाखूनोभी effect कर सकता हैं, ऐसेमें नाखून पिले दिखते हैं! Whiteish पच जमती हैं! नाखून जल्दी तुटने लगते हैं! यह infection पानीमें अधिक हात डालनेवालोंमें होता हैं!
5) कँडिएँसिस - मुंह के अंदर और जेनेटिएँटिस Area में होनेवाला Infection हैं! Female में vagina कँडिएसिस काफी सामान्य हैं!इन जगहोपर सफेद परख जमने लगती हैं! काफी खुजली हो सकती हैं! कभी कभी irritation होता हैं और खराब केसेस में घाव भी बन सकते हैं!
7) उपचार
इस इंफेक्शन के treatment में ध्यान देनेवाली बात यह हैं कि, अपने आप कोई भी cream या बाहरसे दवा खरीदके ना लगाये! ऐसी cream लगानेसे राहत लगती हैं,लेकिन उसकी लालीमा हैं वो सुजन हैं वो तुरंत खत्म हो जाती हैं पर यह cream fungal जीवाणू को नहीं मार सकती,बल्कि इससे जीवाणू शक्ती शाली हो जाता हैं! कई बार दवाई ज्यादा अरसे तक देनी पडती हैं! अगर किसीको नया Infection हैं तो usually उनको Anti fungal cream से ठिक किया जाता हैं,लेकिन Infection काफी बढ गया हैं बहोत spread हो चुका हैं तो ऐसे cases में Anti Fungal Tablets देते हैं!
8) Fungal Infection Se Bachav
- त्वचा साफ ओर सुखी रखे!
-घरमें किसीको infection हैं तो उनकी चीजोंका इस्तेमाल न करें!
- अगर पैरोमें infection हैं किसीको तो यह बातका ध्यान रखेकी, जुते Tight ना पहने!
- हमेशा cottonके socks पहनें!
- कपडे भी हमेशा cotton के पहने!
- कपडोको हमेशा गरम पानीमें धोये!
- Under Garmentsका खासतौरपर ध्यान रखें! उनको भी Ironकरें!
- अपने दवा का Course जरुर पूरा करें!
-
9) दवा कबतक खानी चाहिये?
फंगल इंफेक्शन की दवा 2-4 हफ्ते तक खानी पडती हैं अगर infection mild हैं!
अगर infection पुराना हो गया हैं बहोत सी दवाइया खा रखी हैं अगर उसको resistance Infection हैं , ऐसे मामले में 8 हफ्ते भी लेना पडता हैं! दवा का course break ना करें!
10) उपसंहार
प्रिय पाठकों मैंने पूरी कोशिश की हैं की,आपको यह topic ठिक से समझाऊ! मुझे पूरी उम्मीद हैं आपको यह टाँपिक ठिकसे समझ आयेगा! तो अब में चलती हुँ! ऐसे ही अलग अलग टाँपिक लेकर फिरसे आपके सामने जल्दी पेश हो जाऊंगी! तबतक मेरे नये topic का इंतजार किजियेगा! तबतक अपना और परिवारका ख्याल रखें!लेख पढनेके लिये दिल से शुक्रगुजार हुं!
- अभिलाषा देशपांडे