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हकीकत से रूबरू

24 जून 2016

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हकीकत से रूबरू  MJ Raju की कलम से 

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1  हल्की हल्की बारिश हो रही है गरीब किसान अपने खैत में पैड़ के नीचे  बैठा है हाथ में कुदाल है रोटीयां कपड़े में लिपटी है लहलहाती फसल को यकटक देख रहा है बहूत खुश है .फसल अच्छी जो थी .


2  रेडियो पर खबर चल रही है हर जगह एक ही नारा है कांग्रेस मुक्त भारत होगा.मोदी जी की लहर चल गई .हर जगर शौर है पटाखे जलाऐ जा रहे हैं  मिठाईयां बांटी जा रही है


1  किसान सोच रहा था की इस साल अगर फसल अच्छी हुई तो बेटियों की शादी करूंगा बेटे को पढाउंगा सारा कर्ज चुका दुंगा गरीबी खतम होगी और हमारे भी अच्छे दिन आऐंगे


2  भाषणों का दौर शुरू हो चुका है किसी खैमे में खुशी है तो कहीं सन्नाटा पसरा है आरोप लगाऐ जा रहै हैं मंथन शुरू हो चुका है


1 बादलो की गड़गड़ाहट के बीच किसान का कलेजा हिल जाता है  अगर हल्की सी ज्यादा बारिश हुई या तेज हवा चली तो सारे सपने टूट जाऐंगे फिर पिछली बार की तरह कौई खबर नहीं लेगा कर्जा भी तो जीने नहीं देगा...


2 अगले चुनाव के लिऐ रणनीतियां बनाई जा रही है बधाईयां दी जा रही है शपथ की तैयारी हो रही है मंच सजाऐ जा चुके हैं..


1 अचानक हल्का सा तुफान आता है और किसान की सारी फसल बरबाद किसान की आंखों मे आंसू हैं की अब कर्ज कैसे चुकाउंगा  भारी मन से इसी पैड़ पर गले मे मफलर डाल लटक जाता है


2  शपथ के बाद नेता जी का पहला भाषण शुरू हो चुका है ...

में शपथ लेता हूं की में गरीबो के हक के लिऐ लड़ूंगा जो साठ सालों मे नहीं हुआ वो हम करेंगे हम कांग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार करेंगे हम रोजगार देंगे. किसानों का कर्ज माफ करने के बारे मे विचार करेंगे "अच्छे दिन आऐंगे "

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काश, कांग्रेस मुक्त भारत की जगह गरीबी मुक्त भारत का नारा होता

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हकीकत से रूबरू  MJ Raju की कलम से ...............1  हल्की हल्की बारिश हो रही है गरीब किसान अपने खैत में पैड़ के नीचे  बैठा है हाथ में कुदाल है रोटीयां कपड़े में लिपटी है लहलहाती फसल को यकटक देख रहा है बहूत खुश है .फसल अच्छी जो थी .2  रेडियो पर खबर चल रही है हर जगह एक ही नारा है कांग्रेस मुक्त भारत ह

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