ये कहानी एक छोटे से शहर में रहने वाली दिव्या की कहानी है जो मध्यम वर्गीय परिवार से सम्बन्ध रखती है जिसकी उम्र पच्चीस साल है वह बहुत ईमानदार लड़की है भाई से छोटी और बहन से बड़ी है उसके परिवार में माता पिता और दादी को मिलाकर छेः लोग हैं। वह ईमानदार तो बहुत है पर उसकी एक कमी है उसे गुस्सा बहुत आता है वह अपने जीवन में कुछ करना चाहती है। वह गायिका बनना चाहता है ।उसने इसके लिए भगवान से बहुत प्रार्थना की न जाने कौन कौन से व्रत रखे पर कुछ न हुआ। उसकी सखियों की शादी हो गई थी पर वह अपने सपनो को पूरा करके शादी करना चाहती थी वह बहुत परेशान थी के उसके सपने नही पूरे हो रहे थे वह डिप्रेशन में चली गई थी। एक दिन उसकी सखी और सखी की माँ उसके घर पर आती हैं उसकी सखी की माँ उसे समझती हैं कि वह शादी करले उनके जाने के बाद उसके कान्ह भी उनको समझाते हैं कि वह शादी करने क्या पता उसके सपने उसकी शादी के बाद पूरे हों जाँए सबके समझाने के बाद वह फिर से व्रत रखती है और भगवान से प्रर्थना करती है कि भगवान उसके जीवन में ऐसा इन्सान भेजे जो उसके सपना को पूरा करवा सके वह एक सिन्गिगं ऐप पर सिन्गिन्ग करती थी उस ऐप पर उसे काफी वक्त हो गया था उसी ऐप पर उसे एक लड़के की आवाज़ बहुत पसंद थी वह उस लड़के के गाने को सुनी और अच्छे कमेन्ट करती थी दिव्या को उस ऐप पर काफी समय हो गया था पर उसने कभी किसीसे बात नहीं की थी एक दिन दिव्या उसी लड़के के गीत को ज्ञान करती है जिसकी आवाज़ उसके बहुत पसंद थी दिव्या के अच्छे कमेन्ट अपने गीतो पर देखकर बहुत प्रभावित होता है।