जिंदगी हमारी जिंदगी हमें बहुत कुछ सिखाते हैं जिंदगी एक खूबसूरत एहसास है हम चाहते हैं कि हम अपनी जिंदगी में कुछ ऐसा करें जो मेरे लिए कभी कम न पड़े जैसे मेरी शादी 9 मई 2005 को हुई मैंने 2006 मैं यह तो बच्चे को जन्म दिया जो हमारे लिए एक खूबसूरत एहसास था उसके बाद बच्चे जब धीरे-धीरे बड़े होते गए और हमें उसके पीछे भागना पड़ा वह भी एक खूबसूरत एहसास ही है मानव जैसे एक बच्चे को जन्म दिया मैंने मुझे दूसरी जिंदगी मिली और फिर जैसे बच्चे ने आवाज लगाई पहली बार मां कह के पुकारा मुझे लगा मेरी जिंदगी अब खूबसूरत होने लगे हैं तभी मेरे परिवार ने मुझे बहुत दुख दिया मेरा पति एक बहुत ही अच्छा इंसान है और मेरे परिवार में मतलब किसी की बोली में वह मिठास नहीं जैसा मैं चाहती थी मेरे मन में अपने परिवार के लिए नफरत नहीं है पर फिर भी मुझे लगता है कि कभी भी मेरे साथ ससुर मुझे अपना आता है पर ऐसा नहीं हुआ धीरे धीरे मुझे यह एहसास हुआ की ससुरार कभी मायका नहीं बन सकता और तभी उस एहसास में मैंने एक छोटी सी बच्ची को जन्म दिया तब मुझे मेरी दूसरी जिंदगी मिली मानो मेरी दुनिया तो पूरी हो गई मैं इंटर पर ही हुई हूं मुझे शौक था कि मैं अपने पैरों पर खड़ा हो जाऊं और मुझे एक ऐसा ससुराल मिला जहां बहू को घर से निकलना मानव पाप माना जाता हूं आगे तो मैं कुछ बोल नहीं पा रही हूं लेकिन अगर आप लोग के सहमति होगी और मेरी कहानी थोड़ा बहुत भी अच्छा लगे तो मुझे जरूर बताएं प्लीज