कितने "नादान" है ये "शहर" के सारे जुगनू, मिल के कहते है कि, वो "सूरज" को "उगने" नहीं देंगे,
0.0(0)
0 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
कर के बेचैन मुझे, मेरा हाल ना पूछा, उसने नजरे फेर ली, मैंने भी सवाल ना पूछा...
रात की चाँदनी आपको सदा सलामत रखे,परियों की आवाज़ आपको सदा आबाद रखे,पूरे कायनात को खुश रखने वाला वो रब,हर दिन आप की खुशी का ख़याल रखे!!