shabd-logo

माँ की व्यथा

7 नवम्बर 2021

9 बार देखा गया 9
मै satyaprakash राज आज आप सभी को 
माँ की गुजरी सुनते हैं
तो सुनिये गा 
कितनी खूश हुईं होंगी! जब पता चला होगा
उसको
मेरी कोख से जन्मा हैं छोटा सा कृष्ण कनहिया । 
खूश हुईं होंगी माँ तब भी तेरी
जब तूने  पापा बोला होगा। 
कितनी खुशी होतीं होंगी,
जब तु पग भर चलता होगा। 
एक दिन ऐसा भी आया, 
जब तूने मुख से खाना खाया। 


Satyaraj की अन्य किताबें

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए