यह शहर
यह शहरआदमी के साथजीता और मरता है,दादी कहती है उसके ज़माने मेंऐसा-ऐसा होता था,माँ कहती हैउसके समय में नदी यहाँ तक बहती थी,लोग कहते हैंउन्होंने घना जंगल देखा था,ठेकेदार बोलता हैउसने अनगिनत अवैध कटान किया है,बड़े सोचते हैंउनके समय पढ़ाई अच्छी होती थी,किसान कहता हैपहले बारिश समय से बरसती थी,हम सोचते हैंतब