मेरे गाँव के
प्रिंसिपल से लेकर 3rd ग्रेड तक
और अधिकारी से लेकर चपरासी तक
बैठते है बरगद के नीचे साथ
वी आई पी से लेकर आम तक
और घर से लेकर छान तक
चलते है साथ
जन्म से लेकर मरण तक
और परण से लेकर हर चरण तक
रहते है साथ
सुबह से लेकर शाम तक
और जीवन के हर मुकाम तक
निभाते है साथ
गरीबी से लेकर अमीरी तक
और जीवन की हर परिस्थिति तक
नहीं छोड़ते साथ