मत बाटो मेरे हिंदुस्तान को
आरक्षण के ठेके में
क्यों रुलाते हो मेरी भारत माँ को इन फ़ालतू के झोके में
खुद ही बट गए गिरजाघर और मंदिरो में
गुरुद्वारो और मस्जिदों में
मत बाटो मेरे हिंदुस्तान को आरक्षण के ठेको में
आजादी के दिन तो अखण्ड भारत का पाठ पढ़ाते हो
बाकि दिन तो जात पात में बटे नज़र आते हो
यु तो कश्मीर बचाने की बात करते हो
फिर क्यों आरक्षण के लिये अपनों से ही लड़ते हो
बस मेरा इतना ही कहना
मत बाटो मेरे हिंदुस्तान को
इन आरक्षण के ठेके में
बाट सको तो बाट दो
रसखानो को मन्दिरो में
और मस्जिदों में सुरदासो को
बस मत बाटो मेरे हिंदुस्तान को
इन आरक्षण के ठेके में
माँ की ममता को
मत बाटो इन धोखो में
मत बाटो मेरे हिंदुस्तान को आरक्षण के ठेके में
अर्पित (प्रणक)बजाज