में बोहत पहले से चेतावनी दे रहा हूं ,राजनेतिक व्यक्तियों से की सावधान रहे ,गाना हे ना - इस बार सावन बहका हुआ ,इस बार मौसम बहका हुआ है ! अमेरिका परास्त हो कर अफगानिस्तान से बाहर निकल गया .वहां तालिबान ,इसका मतलब तालिबान -शिस्य ,सिकने वाला ,वहा वापिस आ गए हे .अफगानस बड़े बहादुर होते है .उन्हें सिर्फ तीन सेनाओ ने परास्त किया हे - एक जयपुर महाराजा मान सिंह जी ने ,जयपुर का फ्लैग पंचरंगा है ,पाचो अफगांस के कबीले परास्त हुए थे उनका फ्लागे है ,दूसर महाराजा रंजीत सिंह जी ने ,और तीसरा गुरखा फौज ने ,बस और कोई उन्हें परास्त नही कर सका .ब्रिटिश आर्मी ( अब इंडियन आर्मी ) ने 100साल पहले ,अफगानो से परास्त हो कर निकले हे ( इंडियन आर्मी ऑफिसर्स ये जानते है ) .उन्हें और किसी फौज ने परास्त नही किया हे .अफगानस का नियंम हे ,आप अफगान को मरोगे तो उस आदमी को अफगान मार देंगे अगर आपने अफगानस को सपोर्ट करने वाले को मरोगे तो वो आपके पुरे खानदान को मार देंगे ( जैसे क्षत्रियो का नियम होता है ) .अब 30 सालो से पाकिस्तान आर्मी ने उन्हें सहायता कर रहे हे ,पहले USSR के खिलाफ और अब अमेरिकन्स के खिलाफ .अब अफगांस ,पाकिस्तान आर्मी के लिए उस नियम के तहत फूल सपोर्ट करेंगे ,और पकिस्तान आर्मी का ऐक ही डिमांड होग- कश्मीर .खेर मुझे तो पता हे पाकिस्तान आर्मी की डिमांड सही है .अब आर्मी को रेडी होना चाहिए .अफगानस आ रहे है .