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मोहब्बत

21 दिसम्बर 2021

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 ना पुंछ, कि तुमसे कितनी मोहब्बत है हमे!

तेरे नाम पर अपने बछड़ो के नाम रखे है मैंने!!


एक तेरी मोहब्बत है जो दिल से जाती नही मेरे!

जिन्दगी तो छोड़ो दिन काटने मुश्किल हो गये मेरे!!


अब यह कहने मे भी क्या तकल्लूफ़ रखे!

तेरी मोहब्बत मे सब कुछ हारा है मैंने!!


गर तुम्हे जीत कर सब हार जाता तो कोई परवाह ने थी!

सब कुछ हार कर भी तुम्हे खोया है मेंने!!


अब तो मरते-मरते एक ख्वाहिश दबा रखी है मैंने!

एक बार तेरा चेहरा देख लूं, फिर मौत को भी हस्ते-हस्ते गले लगा लेना है मैंने!!

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