जुो को उँगिलयो ं से सालते ए
तुम यूँ मेरे पास आ जाओगी
मुझे अंदाजा न था
कभी इधर तो कभी उधर की
बेवजह की बात कहके
तुम िदल क हाल कह जाओगी
मुझे अंदाजा न था
धड़कनो मै तुारी तेजी होगी
िदल म इक सुगबुगाहट सी होगी
इजहार-ए-इ म गले से लगा लोगी
मुझे अंदाजा न था
-‘तण भ बंिकम ‘