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muskurahat aur y@@d

1 अक्टूबर 2017

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कि ये तेरी मुस्कुराहट की, उषा भी मुस्कुराती है। जरा भी नाम आये वो, तो तेरी याद आती है। जुदाई में रुसबाई में भी तेरी याद आती है। सफर में भी, अकेले भी तुम्हारी याद आती है।

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