(नारी की महिमा)
नारी की कथा लिखे कोई क्या
नारी अति पावन प्यारी हैं
इस जगत की जननी नारी हैं,नारी से दुनिया सारी हैं,
जो नारी का अपमान करें, उस सज्जन को बतलाऊँ क्या,
जिनके अन्तः मन हो मलीन, उस पापी को समझआउ क्या,
नारी सबकी रखवाली हैं, नारी ही दुर्गा काली हैं
दे महल अटारी सब जग को ,खुद पर्वत पर डेरा डाली हैं,
नारी ही सबकी माता हैं, नारी के ही सब भ्राता हैं,
नारी ने रची पूरी सृष्टि, नारी ही भाग्य विधाता हैं,
जो नारी का सम्मान करें,उससे ईश्वर खुश हो जाता,
बिन मांगे मिलती सब सुविधा, जग में गाते उसकी गाथा,
बस एक प्राथर्ना रामू की ,नारी की सब सम्मान करो,
जग कीर्ति से भर जाएगा, ना बिटियां का गर्भपात करो,
ना बिटियां के गर्भपात करो-------- 2
रामू सिंह