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नववर्ष से कुछ नया करें

3 जनवरी 2017

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पिछले दिनों देखा कि आज कल बधाईयां देनेे की होड से लगी हैंैं, लोग सुबह से ही बधाईयां देते है। आजकल सोशल मीडिया का चलन कुछ ज्‍यादा ही हो गया, जिसमें एक व्‍यक्तिय द्वारा भेजा गया संदेश ही सभी के पास पहुंचता है। नए साल की बधाई जरूर देना है परंतु इतना नहीं कर सकते हैंं कि नया मैसेज संदेश टाईप किया , तो फिर ऐसा बधाई संदेश किस काम का जो आपने खुद टाईप ही नहीं किया। एक मैसेज ही कॉपी पेस्‍ट होता रहता है। नया साल, नया महिना, नया दिन तो हर एक नियत समय के बाद आता है लेकिन आप उस नये समय में क्‍या कुछ करने वाले हैं या फिर आपने आने वाले समय के लिए कुछ अलग हट कर करने की सोचा हैै तो फिर आपके लिए नया साल, नया हो सकता है। लेकिन जिस तरह से भेड चलती है उसी चाल में आप भी शामिल हो गए तो फिर आप....

अपनी प्रतिक्रिया

1 जनवरी से तो सिर्फ कागज के कैलेण्डर की शुरूआत होती है जिसमें 365 दिन होते हैं। नए साल की शुरूआत करनी है तो अपने और अपने परिजनों के लिए कुछ नई शुरूआत से करो। कुछ अलग हट कर करो, बांकी नए साल की बधाईयां तो सुबह से ही शुरू हो जाती है, लेकिन शुभकामना देने वाले ने कुछ नई शुरूआत की क्या या फिर सिर्फ वही कागज के कैलेण्डर की तरह संदेश भेजकर इतिश्री करना चाहते हैं क्या? नया वर्ष सिर्फ कैलेण्डर की तरह न रह जाए, क्योंकि 1 तारीख तो हर माह आती है। जिस दिन से आपने कुछ नई शुरूआत की, अपनों और दूसरों के लिए सबसे अलग हटकर करेंगे मैं तो उसी दिन से आपकी नई साल की शुरूआत समझूंगा।

अलग क्‍या करें

दुनिया में जो कुछ भी कार्य होता है वह आप अपने अलग अंदाज में कर दिखा सकते हैं उसको दूसरों की मदद या सलाह की जरूरत नहीं है क्‍योंकि अगर उसमें किसी का मत शामिल है तो वह उस कार्य में शामिल है उसको अपने अकेले या अपने अंदाज में नहीं किया। अाप अपनी विवेक से जो भी करेंगे वह अलग ही होगा।

खुद के साथ परिजनों और दूसरों की भी सोचें

अपनी सोच को इतना स्‍पष्‍ट बनाएं कि उसमें खुद के स्‍वार्थ के साथ साथ आपके चाहने वाले और असहाय गरीब, दीन दुखियों का भी उद्वार हो सके। नई साल की शुरूआती दिन यानि कि 1 जनवरी को सभी ने खूब इंजॉय किया लेकिन क्‍याा आपने 5 मिनिट भी उक्‍त लोगों के बारे में सोचा या फिर आपने नए साल में कुछ उनको करने के लिए प्‍लांनिग ?

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