मैं कविताएँ ,लेख , शायरी , कोट्स लिखती हूँ
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इंसान की सबसे बड़ी संपत्ति उसका शरीर है और ये संपत्ति ऊपर वाले का अनमोल उपहार है जो उसकी मर्जी से ही हमें मिला है वो चाहे तो कभी भी एक झटके में ऐसी पटखनी लगा दे कि एक ही बार में व्यक्ति चारों खाने चित