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2 किताबें
कभी खुला किसी के सामने,तो कभी बंद हो गयामेरा दिल एक अलमारी सा हो गयाहज़ारों तरह की किताबें छुपी हैं मेरे दिल मेकभी हंसी मज़ाक ,तो कभी तन्हाईकभी रहस्यमय परिस्थितियों मे कोई बात समझ ना आईकभी खुला किसी के सामने तो कभी बंद हो गयामेरा दिल एक
आज जब देश के हालात खराब हो गये कि लोगों को लोगों से ही खतरा है, ऐसी परिस्तिथि मे सभी लोगों को एक जुट होके इस कोरोना कि समस्या का हल निकालना चाहिए , घर पे रहो , कुछ दिन, या जहाँ हो वहीं ठेहर जाओ..