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प्रेम.....नाम एक रंग अनेक

7 अगस्त 2022

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प्रेम....एक ऐसा मनोभाव जो इस पूरी दुनिया का बदलने का सामर्थ्य रखता है,जिसमे अपार शक्ति है हर असंभव को संभव करने की।

आज के दौर में प्रेम केवल एक नाम बन के रह गया है...लोग इसे अपने गलत दृष्टिकोण के कारण समझ नहीं पाते हैं कि प्रेम का वास्तविक अर्थ क्या है। वैसे तो प्रेम के कई रूप होते हैं किंतु प्रकृति के नियम के अनुसार प्रेम का पहला अर्थ और रूप एक मां से आरंभ होता है जिसे हम शाब्दिक अर्थ में ममता कहते हैं किंतु होता वो भी प्रेम ही है।

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