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रक्तयान --त्याग

13 नवम्बर 2021

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अंधेरी रात और गहरी हो गई थी।  ठंडी हवा गर्म सांसों को और धीमा कर रही थी। धड़कनें तेज बढ़ती गई जैसे जैसे हम कदम आगे बढ़ाते गए। ...

" सर्द हवा का यह खामोश सन्नाटा हमारे पसीने छुड़ा रहा था "
"जंगल के बीच हमने राक्षस गुफा को देखा। "
जहाँ लजस की बेटी को राक्षस ने अपहरण किया था!!
लजस और उसके सैनिक  उस राक्षस स्थान तक पहुंच गए थे।
गुहा के बाहर  लजस और उसकी सेना ने सब तैयारी कर ली ..
"सब ध्यान रखना कि कोई अपना ध्यान ना हटाए।   हम अंदर प्रवेश करेंगे और कुछ सैनिक गुफा के बाहर रहेंगे।" लजस ने कहा!!!
वहीं दूसरी ओर मन गांव में । रोमिशा वह उस हालत में उठ कर। वह भी अपनी बच्ची को और अपने पति को बचाने के लिए जाना चाहती थी।
मगर ऐसा करने से सैनिक उसे रोकते हैं मगर रोमिशा वह एक नहीं सुनती। "
"मुझे वहां ले छलो अन्यथा मैं अकेले चली जाऊंगी।" रोमिशा ने कहा.  ।।इस हालत में वह नहीं चल पा रही थी। फिर भी उसे  जाना था। ओर सैनिकों ने रोमिशा को  एक पालकी मे बिठाया। ओर ले गये
""इधर गुफा की तरफ!""""""
अब तब लजस और उसके कुछ सैनिक राक्षस गुफा के अंदर प्रवेश कर गए थे।  हर जगह कंकाल, हड्डियाँ और खोपड़ियाँ मांस के टुकड़े पूरा खून।था ।  लजस ने  कुछ मंत्र की आवाज सुनी गुफा मे ओर उस दिशा मे चलने लगे .    वहां पर!आगे गई ओर देखा  दानव कुछ रस्में कर रहे थे और लजस उसका बच्चा रस्मों के घेरे के अंदर था.
लजस  उसने सभी को रोक लिया  "लजस ने कहा।" "रुक जाओ सब यहीं पत्थर के पीछे छिप जाओ। । कोई भी आपने आवाज ऊंची नहीं करेगा और कोई भी अंदर हमला नहीं करेगा । जब तक मैं कहु तब तक।
वे सब सैनिक  पत्थर के पीछे छूप जाते हैं और देखते हैं।
लजस पत्थर  के पीछेसे  कुछ चूहों को वो ले कर आया था और उसके ऊपर उसने. धुंआ बम लगा दिया था । जब तक बम का फटने का समय हुआ तब तक चूहै सारे गुफा मे  फैल गए थे।  विस्फोट हुवा ओर धुंआ चारो और होगया
लजस ने धुंआ केबिच उसे ने अपनी बच्ची को वहां से उठा लिया।
   लजस ने कहा  "सैनिको हमला  "
सैनिक" दानव पर हमला कर देते हैं "
लजस  "अपनी  बच्चे को बचाते हुए वह लड़ते रहता है।"
कुछ देर बाद
उसी  क्षण रोमिशा  गुफा  के पास में पहुंच ति हे , रोमिशा  पालकी  से उतर गई ?, ओर गुफा के पास जाती हैं
रोमिशा ने देखा की  गुफा के अंदर से खून बाहर आ  रहा था।  वह डर गई और उसका गला सूख गया ।  उसकी आँखें लाल हो गई थीं। " यह किसका खून है"? रोमिशा ने कहा??? 
लजस चलते हुए गुफा से बाहर आया उस के हाथ मे खेलते हुए उसकी बच्ची थी।"अपने पति को देख के रोमिशा  के आंखों में आंसू आगये "
लजस " उसके पैर धीमी गति से दौड़ने की कोशिश कर रहे थे।"
  रोमिशा ने  दौड़कर उन दोनों को  गले लगा लिया।।
लजस ने कहा की "रोमिशा" "हमारी बेटी को मे वापिस लेआया हु  और वहाँ सभी के हाथ काट डाले जो हमारी बेटी को लेकर गए थे ,
तुम हमारी बेटी की देखभाल  ....." लजस  वह आगे कुछ कह था उस के पहले । उसे खून की उल्टी हो ने लगी
रोमिशा घबराते! हुए कहा"क्या हुआ लजस"
रोमिशा ने देखा कि  उसेके  पीछे से छुरा घोंपा था। ये देखकर   रोमिशा  के हाथ  सुन्न पड़ जाते हैं। लजस उस हालत में देखकर वो  . "लजस को  गांव मे लेजाने लगती है , बिना कीसी देरी के  "
सैनिक उसे गाँव ले जाते है लाजस गाँव में प्रवेश करता है और कहता है "रुको  .. रोमिशा पालकी को रुकवा देती है
  लजस कहता हैं "काश हम दोनों साथ ओर रह सकते थे रोमिशा मगर इतना ही साथ था।  । ।  हमारी बेटी का  देखभाल करना  , तुम्हे एक बार फिर से गाँव का निर्माण करना  हैं और खुशहाल जीवन बनाना  है ओर हमारी बेटी को अपना नाम देना उसका नाम रोमी रखना " वे शब्द कहकर  लजस  अपने जीवन को त्याग देता हैं।
रोमिशा "लजस को देखकर शांत होजाती है"
लजस की मां अपने  घायल अवस्था में। पास आती है।  और कहा "रोमिशा अपने आप को इस तरह से मत तोड़ो लजस के  बाद तुम्हें ही राज्य की देखभाल करनी है।
रोमिशा ने कहा " उसके बिना मेरा कोई वजूद नहीं हे जीने का "मे अनाथ थी जब उसने मुझे साहार,  प्यार दिया ,मैं उसे वापस लेकर आऊंगी चाहे मुझे कीसी सेभी लड़ना होगा  चाहे वो राक्षस हो या  कोई भी भगवान हो, मैं सब देवताओं से लड़ूंगी  चाहे मुझे इस लिए अपने प्राण भी त्याग करने पडे तो मे करुंगी"....रोमिशा ने कहाँ.....

रोमिशा::अपने हाथ जोड़ती है और कहती है कि?" सुनों तिन्हो लोक मे रोमिशा लजस की पत्नी  जो वरदान मुझे मिला है उसे मैं।उपयोग करती हु।    यमराज को बुलाने के लिए ताकि अपने पति के प्रान वापस मांग संकू  ."
(रोमिशा के पास एक वरदान है की  वह किसी भी देवता या बुराई को केवल एक बार बुला सकती है)
रोमिशा के ईस वरदान से.....
ऐसा कहते ही आसमान फटने लगा धरती कांपने लगी ओर रोमिशा के सामने "पाताल लोक से  यमराज निकल कर धरती पर आये"


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रचनाएँ
Raktaayan
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यह कहानी है एक ऐसी औरत की जिसने अपने प्यार के लिए सारे कायनात से लड़ गई। अपने प्यार को पाने के लिए उसे 10 सत्य के मार्ग ढूंढने होंगे।उसके हर एक सफर में एक नया दुश्मन , एक नई चुनौती उसे.... रोकेगी. इस कहानी में हिंदू ग्रंथ के कुछ भगवान और कुछ राक्षस को निर्धारित किया है। यह कहानी एक काल्पनिक आधार पर बनी है।

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