shabd-logo

रिश्ता

21 अगस्त 2015

250 बार देखा गया 250
अल्फाज़ों का हुनर भीi किया खुब है,,, कड़वा बोलने वाले का शहद नहीं बिकता,, और मीठा बोलने वाला ज़हर भी बेच देता है. ना गोरा रंग हूस्न की अलामत है ना काला रंग बदसुरती की निशानी कफन सफेद हो कर भी खौफ की अलामत है और काबा काले रंग मे भी आंखो की ठंडक है..!! मानो तो एक रूह का रिश्ता है हम सबका ना मानो तो कोई किसी का कुछ नहीं लगता.

प्रवेश द्विवेदी की अन्य किताबें

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए