कोशिश कर रहा हु सब सही करने की..
या तो जीत जाऊंगा या सीख जाऊंगा।
लेकिन इस मलाल में नही रहूंगा की मेने कोशिश की ही नहीं..
सफर तो सब तय करते है लेकिन में बीच के सभी चौराहों पर अपनी छाप चाहता हु, जिते तो सभी है लेकिन में जिंदादिली के साथ याद रहना चाहता हूं।
ख्वाहिश तो बहुत नहीं है, लेकिन मैं खुद का एक अलग आसमान चाहता हूं।