shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

सौरभ साहू की डायरी

सौरभ साहू

3 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
0 पाठक
निःशुल्क

 

saurabh sahu ki dir

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

जो भी करो आदर्श करो। ............

14 जनवरी 2017
0
0
0

एक व्यक्ति कबीर के पास गया और बोला- मेरी शिक्षा तो समाप्त हो गई। अब मेरे मन में दो बातें आती हैं, एक यह कि विवाह करके गृहस्थ जीवन यापन करूँ या संन्यास धारण करूँ? इन दोनों में से मेरे लिए क्या अच्छा रहेगा यह बताइए? 🔴 कबीर ने कहा -दोनों ही बातें अच्छी है जो भी करना हो वह उच्चकोटि का करना चाहिए। उस

2

प्रगति के पाँच आधार...........

14 जनवरी 2017
0
1
0

अरस्तू ने एक शिष्य द्वारा उन्नति का मार्ग पूछे जाने पर उसे पाँच बातें बताई। 🔵 (1) अपना दायरा बढ़ाओ, संकीर्ण स्वार्थ परता से आगे बढ़कर सामाजिक बनो। 🔴 (2) आज की उपलब्धियों पर संतोष करो और भावी प्रगति की आशा करो। 🔵 (3) दूसरों के दोष ढूँढ़ने में शक्ति खर्च न करके अपने

3

फूलों से नित हँसना सीखो

7 फरवरी 2017
0
1
0

फूलों से नित हँसना सीखो, भौंरों से नित गाना।तरु की झुकी डालियों से नित, सीखो शीश झुकाना!सीख हवा के झोकों से लो, हिलना, जगत हिलाना!दूध और पानी से सीखो, मिलना और मिलाना!सूरज की किरणों से सीखो, जगना और जगाना!लता और पेड़ों से सीखो, सबको गले लगाना!वर्षा की बूँदों से सीखो, सबसे

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए