शब्द
शब्द गोली नहीं फिर भी घाव करती है शब्द गुड़ या चीनी नहीं फिर इनसे मीठे होते है। यह शब्द बोलने वाले के ऊपर निर्भर करता है कि वह इस शब्द को किस रूप में प्रयोग करना चाहता है।यह पत्रकारों का हथियार है,गरीब निसहाय के मुख की फरियाद है,शायरों की शायरी है, कवियों की कविता है,प्रेमियों की दास्तां है।कथा,पुराणों की वेद,उपनिषदों महाभारत,रामायण,भगवतगीता के कृष्ण की जुबान है शब्द एक बुद्धजीवियों की पहचान है शब्द,शब्द आगे और लिखूंगा समय का अभाव है