देश मना रहा चुनावी त्यौहार
लोकतंत्र का शुक्ल पक्ष है निकला है चुनावी चाँद मुंह पर पहन शरीफ मुखौटा छोड़ छोड़ कर अपनी मांद चिल्ला रहे है रंगे सियार देश मना रहा चुनावी त्यौहारतोड़ ताड मर्यादा भाषा की संस्कारों को ताक पर रख कर बस वोटों की अभिलाषा में सच्चाई को बेच