हर इंसान अपने जीवन काल में बहुत से सबक सीखता है। प्रत्येक दिन, आपके साथ जुड़ा प्रत्येक इंसान, आपसे मिलने वाला हर नया इंसान, हर परिस्थिति आपको कुछ न कुछ नया सबक सीखाते है। हमें जरुरत है उनको समझने की। जो लोग उनको समझ लेते है उनकी जिंदगी में गलतियों की गिनती कम हो जाती है या हम ये कह सकते है कि वो इंसान अपने भूतकाल से सीख कर अपने भविष्य में ज्यादा अच्छे से जीवन व्यतीत करता है।
मुझे भी अपने 34 वर्षों के जीवन काल में बहुत से अनुभव हुए हैं मैंने भी बहुत से सबक सीखे है। उनमें से कुछ आज में आप लोगो के साथ बांटना चाहता हूँ। हो सकता है इनमें से कुछ सबक आप को भी अनुभव हुए हो पर अपने कभी इतना गहराई से सोचा ना हो और इसको पढ़कर आपको भी कुछ सीखने को मिले
- अपनी आदतें बदलो आपकी जिन्दगी बदल जाएंगी। (Change Your Habits, Change Your Life).
आप जिंदगी में क्या बनेंगे इसमें आपकी आदतों का बहुत बड़ी भूमिका हैं। आपकी आदतें आपकी दिनचर्या बनाती है और आपकी दिनचर्या ही है जो आपको अपने लक्ष्य पाने में मदद करती है या आपको आपके लक्ष्य से दूर ले जाती हैं। आप एक जैसी आदतों से जीवन जीते हैं तो आपकी दिनचर्या भी दिन प्रति दिन एक जैसी रहेगी और आपकी जिंदगी भी एक जैसी चलती चली जाएगी और आपका विकास भी एक ही जगह पर रुका रहेगा। आपको अपनी आदतों को बदल कर कुछ ऐसी आदते अपनी जिन्दगी में शामिल करनी चाहिए जो आपको आपके लक्ष्य की तरफ बढ़ाए। हर सफल इंसान अपनी जिन्दगी में कुछ ऐसी आदतों का पालन करता हैं जो उसको उसके लक्ष्य की तरफ अग्रसर करती है चाहे वो बिल गेट्स हो या मार्क जुकरबर्ग। - जो हो गया वो आपका अतीत था उससे सीखो और उससे आगे बढ़ो- Learn from your past and move on
आपने अपने अतीत में जो किया वो आपका आज बनता है और आप जो आज करेंगे वो आपका कल बनेगा। अगर आप अपने अतीत को पकड़ कर रोते रहोगें तो आप आज कुछ नहीं कर पाओगे और आपका कल भी बिगड़ जायेगा। जो हो गया उस पर अब आपका कोई नियंत्रण नहीं हैं आप अतीत में जा कर वो सब ठीक नहीं कर सकते हो तो फिर उसके लिए परेशान क्यू होना। आपका बिता हुआ कल बस एक काम के लिए है सीखने के लिए। तो आज से अपने बीते हुए कल की गलतियों से सीखो और अपने अतीत को भुला कर आगे बड़ो और चलते चलो। - आपका परिवार आपकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिये – your family must be your first priority
एक परिवार होना जहाँ सब लोग आपस में प्यार से रहते हो इससे बड़ा सुख कुछ नहीं हो सकता। जब कोई आपके साथ नहीं होगा तब आपका परिवार ही है आपके माता -पिता, आपके बहन -भाई, जो आपके साथ होगा। आपके माता -पिता जो अपना पूरा जीवन आपका भविष्य बनाने में लगा देते हैं। उनके जीवन का लक्ष्य आपका जीवन सुखमय बनाने के अलावा कुछ नहीं होता। आपके माता-पिता जितना अच्छे से आपको समझ सकते है उतना अच्छे से आपको कोई नहीं समझ सकता। आपके पति /आपकी पत्नी का जीवन भी आपसे जुड़ा होता हैं। आपके बच्चो का भविष्य भी आपके ऊपर निर्भर होता हैं आप उनको क्या माहौल देते है उनको आगे बढ़ने के लिए आप क्या सुविधा देते है। आप जो भी काम करते है जितना भी व्यस्त रहते है अपने परिवार के लिए हमेशा समय निकले और उनके साथ अच्छे से समय बिताये। - योजनाये बनाते रहने से अच्छा है अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ते चलो – Don’t waste time in planning just keep walking toward your goal
कुछ लोग अपना समय बस योजनाए (Planning ) बनाने में ख़राब करते रहते है वो लोग काम करने से ज्यादा योजनाओ में ज्यादा समय लगते हैं। व्यापार की योजना बनाना, अपनी जिंदगी की योजना बनाना इत्यादि। एक बात सत्य है कि आप जिस काम की योजना में जितना ज्यादा समय लगते है वो काम या तो शुरू ही नहीं होता या कभी पूरा नहीं होता क्योंकि आप अपनी योजनाओ में उससे बहुत कुछ उम्मीद लगा लेते हैं किन्तु जब वो
आपके अनुसार नहीं चलता तो आप मायुस हो जाते है और फिर आप सही से उस काम को नहीं कर पाते हैं। आप कैसे अपने पूरी जिंदगी की योजना एक बार में बना सकते है जबकि हमको अपने अगले पल का कोई ज्ञान नहीं है कब क्या हो जाए। किसी लक्ष्य को पाने का कोई सत-प्रतिशत सही रास्ता नहीं होता। सर्वश्रेस्ट योजना या मास्टर प्लान जैसा कोई तरीका नहीं होता। इसलिए ज्यादा समय योजनाओ में बर्बाद ना करके अपने लक्ष्य की तरफ पूरी लगन और मेहनत से बढे चलो आपको अपनी मंजिल जरूर मिल जाएगी। - कोई भी इंसान पूर्णतया कुशल नहीं होता – Nobody is perfect
हर इंसान इस संसार में बिना किसी गुण या कौशल के पैदा होता है और जैसे-जैसे वो बड़ा होता है दिन प्रतिदिन कुछ न कुछ नया सिकता है और अपने आपके को परिपूर्ण बनाने की कोशिश करता रहता है। हर इंसान में कुछ-कुछ कमिया होती है और आप अगर इन बातों से परेशान रहते है कि मुझे ये नहीं आता वो नहीं आता तो आप व्यर्थ परेशान है। अगर आपको खुश रहना है तो अपनी कमियों को स्वीकार करो और उनको सुधारने की कोशिश करो। - आज आप जो भी हैं उसके सत-प्रतिशत जिम्मेदार आप खुद है – You are 100% responsible For Your Success or Failure
आज आपका जीवन जैसा है उसकी कारण आपका हर वो निर्णय है जो आपने अपने जीवन में अलग-अलग स्थिति में लिया था। वो आप ही थे जो अपने निर्णयो को बदल सकते थे जो अपने विचारों और कार्यों को नियंत्रित कर सकते थे या कर सकते हो। आज आप अपने बैंक बैलेंस के बारे में सौचते हो अपनी आय, अपनी सेहत, अपने रिश्तों, अपनी खुशी के बारे में सौचते हो तो विचार करके देखो इन सब के जिम्मेदार आप खुद है। आपके दोस्त, परिवार वाले, शिक्षक, गुरु आपको सलाह दे सकते है उनको मानना या नहीं मानना आप पर है। तो अपनी परेशानियों के लिए किस और को दोष देना, बहाने बनाना, शिकायत करना से अच्छा है अपने निर्णयो की जिमेदारी लो और आगे सौच विचार करके काम करो। - अपनी तुलना कभी दुसरो से मत करो – Don’t compare yourself with others
हर इंसान अपने आप में अद्वितीय (Unique) होता हैं। जो आपके अंदर गुण है वो जरुरी नहीं दूसरे में भी हो। हर इंसान में कुछ न कुछ दूसरे से अच्छा होता है फिर भी हम हमेशा दुसरो को अपने से अपने को तुलना करते रहते है और यही तुलना करना हमारे दुखो का कारण है। अब ये चाहे मासिक आय हो, खूबसूरती हो, घर हो, गाड़ियां हो, नौकरी में पदोन्नति हो या कुछ और हो इस तुलना (Comparison ) करने की कोई सीमा नहीं है आप आप अपने को किसी एक चीज में किसी के बराबर करोगे तो किसी और इंसान से आप किसी और बात में अपने को कम पाओगे। इसका सबसे बड़ा नुकसान ये है की ये तुलना करना आपको आपके लक्ष्य से दूर कर देता है। आप के पास जो अभी है जैसे आप हो वेसे भी आप उन सब साधनो के साथ भी आप अपनी जिंदगी ख़ुशी से जी सकते हो परन्तु जब आप तुलना पर आ जाते हो तो आप उन चीजो के लिए दुखी होते है जो आपके पास नहीं है। ये पूरी तरह से समय और ऊर्जा की बर्बादी है। आपको दुसरो की सफलता से प्रेरित होना हैं ईर्षा नहीं करना है और अपना पूरा ध्यान और जोश अपने लक्ष्य पर लगाना है। - लोगों से मेल जोल बढ़ाओ। अपना दायर बढ़ाओ। – Meet peoples Build connections
आप चाहे छात्र हो, व्यवसायी हो, नौकरी करते हो हर जगह हर क्षेत्र में लोगो से संबंध आपके बहुत काम आते है। आज वही इंसान अपने हर काम को आराम से कर सकता है जिसके ओर लोगो से अच्छे संबंध होते है क्योंकि आप हर काम के बारे में जानकारी नहीं रख सकते इससे अच्छा है आप हर काम से सम्बंधित लोगो का नेटवर्क बना कर रखे। खास कर नौकरी करने वालो के साथ ये सबसे बड़ी परेशानी होती हैं वो अपने 9:00 AM से 6:00 PM वाली नौकरी में इतना समय ही नहीं निकाल पाते के लोगों से मेल जोल बढ़ा सकें। जब उनको कोई अपनी नौकरी से अलावा कोई काम करना पड़ता है तो उनको पता ही नहीं होता के ये काम कहा होगा कैसे होगा। लोगों से मेल जोल बढ़ाने से आपको काम में ही फायदा नहीं होता बल्कि आपको बहुत कुछ सिखने को मिलता है। हर नए इंसान से आप मिलते हैं उससे आप बहुत कुछ सीख सकते हो उनसे बातें करे उनके बारे में जानने की कोशिश करे। आप बहुत कुछ सीख पाएंगे और यकीन मानिए जो आप लोगो से सीखते है वो आज आपके काम आये न आये पर कभी न कभी भविष्य में आपके काम जरूर आता है। - आप सभी को खुश नहीं कर सकते – You can’t make everyone happy
आप अपने से जुड़े हर इंसान को खुश नहीं कर सकते हो। हर किसी की आपसे अलग -अलग उम्मीदें होती है और अगर आप हर किसी को खुश करने में लगे रहोगे तो आप अपनी खुशी पर ध्यान केंद्रित करना भूल जाओगे। आपकी खुशी सबसे ज्यादा मान्य रखती है क्योंकि आप खुद ही खुश नहीं रहोगे तो और किसी को खुश कैसे करोगें।सबके लिए अच्छे रहो, सबकी मदद करते रहो किन्तु आप से सभी खुश रहेंगे ये बात अपने दिमाग से निकल दो और अपनी जिंदगी खुशी से जियो। - आपका स्वास्थ्य आपकी सबसे मूल्यवान संपत्ति है – Health is wealth
कहा जाता है कि सात तरह के सुख होते है पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में हो माया, तीजा सुख कुलवंती नारी, चौथा सुख पुत्र हो आज्ञाकारी, पंचम सुख स्वदेश में वासा, छठवा सुख राज हो पासा, सातवा सुख संतोषी जीवन ,ऐसा हो तो धन्य हो जीवन।
निरोगी काया यानि आपकी सेहत(health) आपका स्वास्थ्य सबसे पहला सुख बताया गया है। आपके पास सारे सुख के साधन हो, पैसा हो पर आपकी स्वास्थ्य सही ना हो तो सब बेकार है। आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा तो आपका मस्तिष्क भी स्वास्थ्य (healthy) होगा और आपकी काम करने की शक्ति, उत्पादकता, व्यक्तित्व, आपका प्रदर्शन में वृद्धि होगी। इसलिए प्रतिदिन किसी भी तरह का व्यायाम जरूर करना चाहिए।
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