ईश्वर पर विश्वास का कोई मतलब नहीं होता , अगर मनुष्य को खुद पर विश्वास न हो , जिस व्यक्ति को खुद पर भरोषा होता है , वह कभी किसी से ईर्षा नहीं करता . उषहे कभी किसी से ईर्षा की जरुरत ही नहीं महसूस होती . स्वामी विवेकानंद ने कहा है .
22 सितम्बर 2015
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में एक एक्स सर्विसमैन आर्मी से रिटायर्ड हु और अभी मैंने प्राथमिक शिक्षक की ट्रेनिंग पूरी की ह.D