बस यूँ ही खयाल आ रहा की कुछ बातें की जाएं, मन में क्या है लोगो से कहा जाये और आप लोगों के मन की सुनी जाये.
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रामनाथ जी और हसन मियाँ , सदियों से साथ रह रहे हैं. एक ही धरती और एक ही देश में, बस चेहरा और जगह बदल जाया करती है. लेकिन किसी घटना को ले के दोनों के रवैये में बड़ा ही अंतर है.