काव्य तरंग की पुष्पित लहरों में सूर्भित ज्ञान मिला है मुझको,
सच को सच लिखने की ताकत देने वाली मां को नमन मै बारंबार करती हूं।
11 नवम्बर 2021
काव्य तरंग की पुष्पित लहरों में सूर्भित ज्ञान मिला है मुझको,
सच को सच लिखने की ताकत देने वाली मां को नमन मै बारंबार करती हूं।
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मै अपने मातृभूमि से रिश्ता ही कुछ ऐसा निभाती हूं। भारत मां की बेटी हूं यही सबको बताती हूं। कोई मुझसे पूछे गर घर तुम्हारा है कहां किरन, तो मैं बड़े ही शान से उनको अयोध्या बताती हूं।D