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'आजी' मर गयी।रात में दूध रोटी खा के सोयी थी। माई से तेल लगवाई थी। बाबू से दवा खाई थी। सुबह कुसुमिया गयी थी चाय देने तो आँख नहीं खुल रहा था। बबलू दौड़ा। बबलिया दौड़ी। बाबु-माई दौडे।गाँव भर