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स्वेता परमार 'निक्की' के बारे में

मैं एक लेखक/लेखक/अनुवादक/वॉयसओवर कलाकार/प्रेरक वक्ता/ और एएफएस इंटरकल्चरल प्रोग्राम में काम करने वाली एक पेशेवर अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षक हूं। मेरा जुनून युवा दिमागों को अंग्रेजी समझने में मदद करना है और इस बदलती दुनिया में एक सफल करियर बनाने के उद्देश्य से उन्हें आवश्यक संसाधन, कौशल और ज्ञान प्रदान करके उनके जीवन में सांस्कृतिक अंतर को पाटना है। मैं चाहती हूं कि मेरे छात्रों को इस बात की बेहतर समझ हो कि उन्हें जीवन में क्या हासिल करना है। अतीत में मैं विभिन्न संस्थानों और कॉलेजों में पढ़ा रही हूं। Author |Writer |Translator |Founder, Mission Jeet |Communications strategist |moti. spkr |storyteller |Intercultural trainer |Global citizen |Voice-over artist |blogger |you-tuber |Hindi QC’er on OTT |facilitator

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स्वेता परमार 'निक्की' की पुस्तकें

ठक्कर बापा (हिंदी)

ठक्कर बापा (हिंदी)

‘ठक्कर बापा’ अद्भुत व्यक्तित्व के स्वामी थे। लोगों का कहना था कि वे अपने आप में एक संस्था थे। वे जिस युग में थे, वहाँ समाज के दुर्बल अंग की उपेक्षा की जा रही थी; तब बापा ने दलितों और पिछड़े वर्ग को साथ लेकर प्रगति का रास्ता पकड़ा। उनकी अडिग लोक-सेवा

4 पाठक
2 रचनाएँ
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प्रिंट बुक:

350/-

ठक्कर बापा (हिंदी)

ठक्कर बापा (हिंदी)

‘ठक्कर बापा’ अद्भुत व्यक्तित्व के स्वामी थे। लोगों का कहना था कि वे अपने आप में एक संस्था थे। वे जिस युग में थे, वहाँ समाज के दुर्बल अंग की उपेक्षा की जा रही थी; तब बापा ने दलितों और पिछड़े वर्ग को साथ लेकर प्रगति का रास्ता पकड़ा। उनकी अडिग लोक-सेवा

4 पाठक
2 रचनाएँ
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350/-

ख़नक (का इश्क़ )

ख़नक (का इश्क़ )

"प्यार एक बेहद खूबसूरत अनुभूति है और इसका अहसास हमारे रोम-रोम में रोमांच भर देता है, जीने के प्रति और सजग कर देता है। हर पल एक खुमारी-सी छाई रहती है। उस वक्त सही- गलत कुछ समझ नहीं आता। बस एक ही व्यक्ति के आसपास जैसे सारी दुनिया सिमट आई हो। और कभी-कभी

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200/-

ख़नक (का इश्क़ )

ख़नक (का इश्क़ )

"प्यार एक बेहद खूबसूरत अनुभूति है और इसका अहसास हमारे रोम-रोम में रोमांच भर देता है, जीने के प्रति और सजग कर देता है। हर पल एक खुमारी-सी छाई रहती है। उस वक्त सही- गलत कुछ समझ नहीं आता। बस एक ही व्यक्ति के आसपास जैसे सारी दुनिया सिमट आई हो। और कभी-कभी

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