shabd-logo

तू चाँद सही मैं बादल हूँ..!

19 दिसम्बर 2021

21 बार देखा गया 21
लगा नैनों में नैन संवारे
तू श्वेत शीत हम कजरारे,
तू चाँद सही मैं बादल हूँ
तेरे नैनों का काज़ल हूँ। 

संग मेरे तू बहती जाए
साथ साथ तू गोते खाए,
तू दरिया की मीन है चंचल
मैं उसका मीठा जल हूँ। 

कोयल संग तू भी गाए
वात संग सुरताल मिलाए,
तू कोपल नई बहारों की
मैं लहराता सावन हूँ। 

ह्रदय प्रेम से झूम उठे
बोल सुधारस पूर्ण हैं सारे
तू मीरा का प्रणय गीत है
मैं कंठकूजिका की धुन हूँ।

Jitender Pal की अन्य किताबें

Pragya pandey

Pragya pandey

वाह वाह सुंदर रचना🙏

19 दिसम्बर 2021

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए